नवरात्रि कन्या भोजन

हमारी टीम मन्दिर में प्रसाद का भोग लगाकर आपको घर पर प्रसाद डिलीवर करती है जिसमें गंगा जल का कोई चार्ज नहीं लिया जाता |

What We Offer

हमारे यहाँ मंदिरों में प्रसाद चढाने के लिए बुकिंग की जाती है |

100 प्रतिशत शुद्ध प्रसाद

हम शुद्ध और मंदिर में चढ़ा हुआ प्रसाद आपको उपलब्ध करवाते हैं |

विडियो, फोटो प्रमाण

हम सभी ब्राह्मण भोज आदि की विडियो या फोटो खीचकर देते हैं |

निशुल्क शुद्ध अमृत गंगा जल

हम आपको किसी भी प्रसाद के साथ शुद्ध ब्रह्मकुंड का गंगाजल देते हैं |

BRAHMAN BHOJ - ब्राहमण भोज

ऐसी मान्यता है कि ब्राह्मणों द्वारा किया गया भोजन सीधे पितरों तक पहुंचता है। श्राद्ध में ब्राह्मणों को भोजन करवाना एक जरूरी परंपरा है। पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म के बाद ब्राह्मण भोज कराने का विधान बताया गया है। हिंदू धर्मशास्त्रों के मुताबिक, श्राद्ध वाले दिन पितर लोग खुद ब्राह्मण वेष धारण कर भोजन ग्रहण करते हैं।

ब्राह्मण भोज थाली

शुद्ध देसी घी से निर्मित पूरी, आलू सब्ज़ी, छोले, कद्दू सब्ज़ी, गुलाब जामुन/खीर/हलवा, दही/छाछ |

Brahman Bhojan Packages

DARIDRANARAYAN BHOJ - दरिद्र नारायण भोज

दरिद्र यह समाज के गरीब, निशक्त तथा गंगा  घाटों  पर जीवन व्यापन करते लोग  है। जो रात दिन हरि नाम का जाप करते  रहते है  जिनकी भोजन की व्यवस्था किसी धनवान के दान से ही चलती है |

Daridra Narayan Bhoj Packages

SOUTH KALI TEMPLE - श्री सिद्ध माँ दक्षिण काली मन्दिर

पूजा का किसी भी धार्मिक व्यक्ति के जीवन में बहुत अधिक महत्व होता है। कोई भी व्यक्ति अपने किसी ईष्ट को, अपने किसी देवता को, किसी गुरु को मानता है तो वह उनकी कृपा भी चाहता है। वह चाहता है कि उसके ईष्ट, देवता हमेशा उसके साथ रहें, गुरु का उसे मार्गदर्शन मिलता रहे। इसी कृपा प्राप्ति के लिए जो भी साधन या कर्मकांड अथवा क्रियांए की जाती हैं उन्हें पूजा विधि कहते हैं। धर्मक्षेत्र के अलावा कर्मक्षेत्र में भी पूजा का बहुत महत्व है इसलिये काम को भी लोग पूजा मानते हैं। मंदिर में पूजा बुक करवाएं |

शास्त्रों व पुराण के अनुसार प्रसाद को ग्रहण करने तथा बांटने से व्यक्ति गंगाजल के समान शुद्ध व पवित्रता मिलती है। परमल, इलाईची दाना, सोंन पापड़ी, आरती संग्रह पुस्तक, चुनरी, भगवान का चित्र, धूप, चन्गंदन, रोली, मोली, माला, गंगाजल |

हरिद्वार के मुख्य मन्दिर

ऋषिकेश के मुख्य मन्दिर

देहरादून - कोटद्वार के मुख्य मन्दिर